अक्षर हमारी ज़बान और भाषा के मूल होते हैं। अक्षरों के बिना कोई भी भाषा शुरू नहीं होती। अलग अलग भाषाओं में अक्षरों की संख्या अलग अलग है। अगर अंग्रेजी में 26 अक्षर हैं तो उर्दू में 38। हिन्दी में 47 अक्षर हैं तो मराठी में 52। अरबी में प की आवाज़ के लिए कोई अक्षर नहीं है तो वहीँ हिंदी में ४७ अक्षर होने के बावजूद z की आवाज़ के लिए कोई अक्षर नहीं. तो फिर कितने अक्षर एक आदर्श भाषा में हों की सभी ध्वनियाँ निकल आयें, इसके लिए पढ़ें मेरा यह लेख :
1 comment:
बहुत अच्छी प्रस्तुति।
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