tag:blogger.com,1999:blog-7696335468250187578.post1658628052194478541..comments2023-06-16T21:27:55.803+05:30Comments on Ya Husain Ya Shah-E-Karbala: अल्लाह का वजूद - साइंस की दलीलें (पार्ट-10)zeashan haider zaidihttp://www.blogger.com/profile/16283045525932472056noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-7696335468250187578.post-49312904898847465712010-01-06T10:03:27.573+05:302010-01-06T10:03:27.573+05:30"क्या आपके पास खुदा के होने का गणितीय साक्ष्य..."क्या आपके पास खुदा के होने का गणितीय साक्ष्य या प्रमेय या सिद्धांत है?"<br />जी हाँ. इस बारे में मैंने आगे विश्लेषण किया है.zeashan haider zaidihttps://www.blogger.com/profile/16283045525932472056noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7696335468250187578.post-4822639454394446022010-01-05T19:06:58.692+05:302010-01-05T19:06:58.692+05:30कांट्राडिक्शन हमें दृष्टव्य होते हैं
पुस्तक में ख...कांट्राडिक्शन हमें दृष्टव्य होते हैं<br /><br />पुस्तक में खुदा तक साइंटिफिक दृष्टि <br /><br />इंगित किये गये कांट्राडिक्शन पर विचार<br /><br /> अणु और एटम से संलग्न रहेगा।<br /><br /> पदार्थिक मान लिया जाता है। जबकि धर्मग्रंथों से यह सिद्ध होता है कि खुदा एक महाशक्ति (Super Power)<br /><br />----------<br /><br />जो इन्सान दृष्टव्य, दृष्टि, इंगित, अणु, पदार्थिक, सिद्ध जैसे शब्द समझ सकता है वह विसंगति, अन्तर्विरोध, परस्पर-विरोध, विरुद्धता, वैज्ञानिक, परमाणु, महाशक्ति कैसे कठिन शब्द क्यों नहीं समझ सकेगा?<br /><br />ईश्वर के अस्तित्व के बारे में तब तक कुछ कहना महामुर्खता है जब तक की इसे निर्विवाद प्रेक्षण अथवा गणितीय साक्ष्यों द्वारा सिद्ध नहीं कर लिया जाता. क्या आपके पास खुदा के होने का गणितीय साक्ष्य या प्रमेय या सिद्धांत है?ab inconvenientihttps://www.blogger.com/profile/16479285471274547360noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7696335468250187578.post-38440642829555913102010-01-05T18:08:19.744+05:302010-01-05T18:08:19.744+05:30achchha vishleshanachchha vishleshanSaleem Khanhttps://www.blogger.com/profile/17648419971993797862noreply@blogger.com